RAM MANDIR AYODHYA : 22 जनवरी, 2024 को होगा भगवान श्रीराम का प्राण प्रतिष्ठा समारोह।

RAM MANDIR AYODHYA : 22 जनवरी, 2024 को होगा भगवान श्रीराम का प्राण प्रतिष्ठा समारोह।

Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!

कई सालों के बाद अयोध्या में भारत वासियों का सपना 22 जनवरी 2024 को पूरा होगा। भगवान श्रीराम के भव्य मंदिर का पूरा होने पर है। इस समारोह के लिए रामलला ट्रस्ट ने 3000 हजार VVIP सहित 7000 महत्वपूर्ण लोगों को इस कार्यक्रम के लिए निमंत्रण भेजा है। भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी को पहले ही ट्रस्ट के द्वारा निमंत्रण भेजा जा चुका है। 1992 में मारे गए कारसेवकों को भी ट्रस्ट के द्वारा इस भव्य कार्यक्रम के लिए निमंत्रण भेजा जा रहा है।

यह वीवीआईपी होंगे शामिल

प्राण प्रतिष्ठा समारोह के लिए रामलला ट्रस्ट के द्वारा राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (RSS) के प्रमुख मोहन भागवत, योग गुरु और उद्योगपति बाबा राम देव, उद्योगपति रतन टाटा, उद्योगपति गौतम अडाणी, उद्योगपति मुकेश अंबानी को भी निमंत्रण दिया है।

प्राण प्रतिष्ठा समारोह के लिए इन सेलेब्स को भेजे जा चुके है निमंत्रण

प्राण प्रतिष्ठा समारोह के लिए रामलला ट्रस्ट के द्वारा कई हस्तियों को निमंत्रण भेजा जा चुका है जिनमें अमिताभ बच्चन, सचिन तेंडुलकर,विराट कोहली, अक्षर कुमार, रामायण में भगवान श्री राम की भुमिका साकारणे वाले अरुण गोविल, माँ सीता की भूमिका साकारणे वाली दीपिका चिखलिया अनुपम खेर, रजनीकांत,  धनुष, माधुरी दीक्षित,  संजय लीला भन्शाभन्साली, चिरंजीव आदी को ट्रस्ट के द्वारा निमंत्रण भेजे गए है।

50 देशों के एक-एक प्रतिनिधि भी आयेंगे

राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय के अनुसार, प्राण प्रतिष्ठा समारोह में 50 देशों से एक-एक प्रतिनिधि बुलाने का प्रयास है। जो इस समारोह में उपस्थित रहेंगे। इसके अलावा देशभर से धार्मिक, सामाजिक, वैज्ञानिक, प्रशासनिक आदि क्षेत्रों में से मान्यवरोंको भी निमंत्रण पत्रिका भेजी जा रही है। धार्मिक क्षेत्र से 4000 संतों को भी आमंत्रित किया है जो राम जन्मभूमि परिसर में मौजूद रहेंगे।

रामलला पांच साल के बालक के रूप में विराजमान होंगे

ऐतिहासिक राम मंदिर में रामलला पांच साल के बालक के रूप में विराजमान होंगे। इसके लिए दो चट्टानों से तीन मूर्तियां बनाई जा रही हैं, जिनमें से एक चट्टान कर्नाटक से दूसरी राजस्थान से लाई गई है।

22 जनवरी को रामलल्ला विराजमान होने से पहले विश्व हिंदू परिषद के द्वारा पूरे देशभर में कलश यात्रा का नियोजन किया जा रहा है। यह कलश यात्रा देश के हर कोने कोने तक  जाएगी।  प्राण प्रतिष्ठा की तैयारियां काफी जोरों में चल रही हैं। 22 जनवरी एक यादगार दिन रहेगा। उस दिन दुनिया के सभी मंदिरों में पूजा और भगवान श्री राम के नाम का जप होगा।

भगवान श्री राम विष्णु के अवतार थे,  हिंदू धर्म मे भगवान श्रीराम को भगवान के रूप मे पुजा जाता है। अगर दो इन्सान एक दुसरे को मिले तो एक दुसरे को राम-राम कहकर भगवान का नाम लेते है।  भगवान श्रीराम के नाम का जप करना भी बहुत पवित्र माना जाता है। श्री राम का चरित्र देखा जाए तो पता चलता है कि भगवान श्री राम एक आदर्श पुत्र, आदर्श भ्राता, आदर्श पति, आदर्श मित्र और आदर्श राजा थे। जिस रामराज्य की कल्पना हम करते हैं वह एक सच्चा लोकतंत्र था। यह बात आप रामायण पढेंगे तो आप समज पाएंगे।

 

अयोध्या के राम मंदिर की सुरक्षा के लिए केंद्रीय गृह मंत्रालय सीआईएसएफ(CISF) की तैनाती करेगा। अयोध्या के प्रशासन के साथ केंद्रीय बल के जवान मंदिर के बाहर तैनात रहेंगे। इसके लिए प्रशासन फुलप्रूफ प्लान बनाने में जुटा है।

ठिकाण अयोध्या, उत्तर प्रदेश (भारत)
तारिख 22, जनवरी, 2024

 

FAQ

01) अयोध्या किस राज्य में स्थित है?

अयोध्या उत्तर प्रदेश राज्य में स्थित है यह शहर शरयू नदी के किनारे पर बसा है, इसे रामनगरी या साकेत नाम से भी जाना जाता है।

02) राम मंदिर बनाने का कार्य कौनसी कंपनी को सोपा गया है?

लार्सन एंड टुब्रो को डिजाइन और निर्माण का कार्य और टाटा कंसल्टिंग इंजीनियर्स को मंदिर के निर्माण के लिए परियोजना प्रबंधक सलाहकार के रूप में नियुक्त किया. 67 एकड़ के मंदिर परिसर के विकास के लिए टाटा कंसल्टिंग इंजीनियर्स और डिजाइन एसोसिएट्स के साथ कॉन्ट्रैक्ट हुआ है। यह कार्य लगभग पूरा होने वाला है।