Central Govt Employees News : किस कारण से हो रहा है नई पेंशन स्कीम NPS का विरोध? जान लेते है कुछ कारण।

Central Govt Employees News : किस कारण से हो रहा है नई पेंशन स्कीम NPS का विरोध? जान लेते है कुछ कारण।

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राजस्थान, मध्यप्रदेश, छत्तीसगड और मिज़ोरम इन राज्यों के रिजल्ट लग चुके हैं। तीन बड़े राज्यों में लगभग भारतीय जनता पार्टी BJP का मुख्यमंत्री बन रहा है। 2024 में लोकसभा के इलेक्शन होने वाले है। दिल्ली में रामलीला मैदान में हज़ारों के तादात में केंद्रीय कर्माचारियों का आंदोलन चल रहा है। उनकी मांग है कि, NPS रद्द कर के OPS की बहाली कर दी जाए। लेकिन केंद्र सरकार इस मांग को मान्य करणे की मूड में नहीं है,  हालांकि NPS में कुछ सुधार करने के लिए कमिटी का गठण किया है। 

विरोधी पार्टियों द्वारा बनाया जा रहा है मुद्दा

देश के सभी विरोधी पार्टी OPS को इलेक्शन का मुद्दा बना चुकी है। हालांकि मध्य प्रदेश, छत्तीसगड और राजस्थान में इसका कुछ भी प्रभाव देखने को नहीं मिला। अब राजस्थान और छत्तीसगड के राज्य कर्मचारियों को कॉंग्रेस सरकार द्वारा बहाल की गई OPS को नए BJP सरकार द्वारा जारी रखा जाएगा या फिरसे NPS में तब्दील किया जाएगा यह भी देखना होगा। क्युकी BJP सरकार OPS को देश के हित मे नही मानती। केंद्र सरकार का कहना है कि OPS को बहाल करने के कारण देश को आर्थिक नुकसान होगा।

OPS updates https://satyanagari.com/ops-updates/

क्या है नई पेंशन स्कीम ( NPS)

2003 पुरानी पेन्शन योजना को तत्कालीन BJP सरकार ने संसद में बिल पास कर के रद्द कर दिया था। NPS 1, अप्रेल, 2004 से प्रभावी है। इसके बाद ही सारे राज्यों के सरकारी कर्मचारियों के लिए भी यह योजना लाई गई।नई पेंशन योजना जिसमें कर्मचारियों के बेसिक और महँगाई भत्ते से 10% की कटिंग होती है और 14% केंद्र सरकार एक हिस्सा डालती है। वह पैसा अलग अलग तीन पेन्शन फंड में लगा है। OPS सिर्फ Army, Navy और Air Force के लिए है बाकी सारे सरकारी कर्मचारी NPS के अंतर्गत आते है। अब 2014 से बाद BJP सरकार आने के बाद कॉंग्रेस ने भी NPS का खुलकर विरोध किया और जिस जिस राज्यों उनकी सरकार थी वहा के राज्य कर्मचारियों को फिरसे OPS की बहाली कर दी। लेकिन उनमें अब फिरसे BJP की सरकार आने के कारण यह संभावना जादा है कि उनको फिरसे OPS से NPS में डाला जाएगा।

NPS और OPS में क्या है अन्तर?

OPS और NPS में क्या अन्तर है देखते है इस टेबल के माध्यम se-

ओल्ड पेन्शन स्कीम (OPS) न्यू पेन्शन स्कीम (NPS)
ओल्ड पेन्शन स्कीम (OPS) के लिए सर्विस के दौरान कर्मचारी के वेतन से कोई कटौती नहीं की जाती न्यू पेन्शन स्कीम (NPS) में कर्मचारी के वेतन से बेसिक और D A ( महँगाई भत्ते) से 10% की कटौती की जाती है।
ओल्ड पेन्शन स्कीम (OPS) में रिटायरमेंट के समय जो बेसिक होता है उसका 50% पेंशन के रूप मे मिलता है + DA न्यू पेन्शन स्कीम (NPS) में रिटायरमेंट के समय निश्चित पेन्शन का कोई प्रावधान नहीं है।
ओल्ड पेन्शन स्कीम (OPS) GPF की सुविधा उपलब्ध है। न्यू पेन्शन स्कीम (NPS) में यह सुविधा उपलब्ध नहीं हैं।
ओल्ड पेन्शन स्कीम (OPS) पेंशनधारकों को महँगाई भत्ता मिलता है जो सरकार हर 6 महीने में घोषित करती है। न्यू पेन्शन स्कीम (NPS) महँगाई भत्ता मिलने पर कुछ भी बदलाव नहीं होता।
ओल्ड पेन्शन स्कीम (OPS) पूरी तरह से एक सुरक्षित योजना है जो कर्मचारी को उसके बुढ़ापे का सहारा है। न्यू पेन्शन स्कीम (NPS) जो कि शेयर बाजार के अधीन है, इसका जो भुगतान होगा वह बाजार के चढ उतार पर निर्भर है।
ओल्ड पेन्शन स्कीम (OPS) में पेन्शन के लिए कोई निवेश नहीं करना पडता। न्यू पेन्शन स्कीम (NPS) यहां पर NPS के जमा राशि का 40% सरकार के पास जमा रखना पडता है।
ओल्ड पेन्शन स्कीम (OPS) कर्मचारी के मृत्यू के बाद उसकी पत्नी या पति को फॅमिली पेंशन मिलती है। न्यू पेन्शन स्कीम (NPS) में कर्मचारी के मृत्यू होणे पर उसकी पत्नी या पति को फॅमिली पेन्शन मिलेगी लेकिन NPS में जमा राशि को सरकार जमा कर लेती है।
ओल्ड पेन्शन स्कीम (OPS)
इस साल सेवानिवृत्त (15 साल की सेवा के बाद) हुए एक कर्मी की बेसिक ₹40000 थी, अगर वह OPS में होता तो उसे ₹20000+DA इतनी पेंशन मिलती।
न्यू पेन्शन स्कीम (NPS)
उस व्यक्ती को NPS मैं सिर्फ ₹4300 से ₹4500 पेंशन मिली। इसलिये कर्मचारियों मैं NPS को लेकर जादा विरोध है।